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डग कार्ल एंजेलबर्ट लकडी से बने माउस के साथ |
Douglas Carl Eengelbart Biography in Hindi
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- जरा सोच कर देखिये कि अचानक आपके कम्प्यूटर का माउस खराब जाये तो आप कितने परेशान हो जायेगें, तुरंत बाजार जायेगें, और कम्प्यूटर की दुकान से अपनी पसंद का माउस खरीद लायगें, क्योंकि आज के समय में बिना माउस के कम्प्यूटर की कल्पना ही नहीं की जा सकती है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि कम्प्यूटर के संचालन को बेहद सरल बनाने वाले इस यंञ की परिकल्पना आज से 54 वर्ष पहले डग एंजेलबर्ट ने की थी।
- माउस का अविष्कार 1960 में डग के द्वारा किया गया था और आपको जानकार आश्चर्य होगा कि पहला माउस लकडी का बना हुआ था, जिसमें धातु के दो पहिये लगे हुए थे। यह उस समय की बात है जब कम्प्यूटर की प्रथम पीढी चल रही थी और कम्प्यूटर का आकार किसी कमरे के बराबर होता था।
- डग का जन्म सन 1925 में पोर्टलैंड में हुआ था और इनके पिता एक रेडियो मैकेनिक थे। ओरेगन यूनिवर्सटी से इंजियरिंग की पढाई करने के बाद नासा की एक संस्था नाका में भी काम किया, इसके बाद यह कैलीफोर्निया चले गये, इसके बाद उन्हाने ऑग्मेंटेशन शोध केन्द्र के नाम से अपनी प्रयोगशाला बनाई, और इसी प्रयोगशाला में एआरपीएनेट के विकास में सहयोग किया, जो आगे चलकर इंटनरेट बना।
- 02 जुलाई 2013 को 88 वर्ष की अवस्था में माउस के जादूगर ने इस दुनिया से विदा ले ली। लेकिन अपने इस महत्वपूर्ण अविष्कार के साथ वह आज ही हम लोगों के साथ हैं, आज पूरी दुनिया में कम से कम १ अरब से ज्यादा माउस बेचे जा चुके हैं।
- शायद टच स्क्रीन आने वाले भविष्य में माउस की जगह आ जाये, लेकिन फिर भी लगभग 50 साल से माउस अब भी कम्प्यूटर का अभिन्न अंग है, और आगे भी रहेगा ...........................
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