Friday, October 12, 2018

Search Your Name on Voter List Online

ऐसे चैक करें ऑनलाइन वोटर लिस्ट में अपना नाम - Search Your Name on Voter List Online


वोटर लिस्‍ट (Voter List) कई काम आती है, चुनाव आयोग (Election commission) द्वारा चुनाव की तारीख तय कर दी गयी हैं, अगर आप भी इस बार 18 वर्ष के हुए हैं और जानना चाहते हैं कि आपका नाम वोटर लिस्‍ट (Voter List) में है या नहीं तो यह बहुत आसान है आप वोटर लिस्‍ट (Voter List)  में अपना नाम ऑनलाइन चैक कर सकते हैं और वोटर लिस्‍ट (Voter List) का प्रिंट भी ले सकते हैं आईये जानते हैं कि कैसे चैक करें ऑनलाइन वोटर लिस्ट में अपना नाम - How To Search Your Name on Voter List Online

ऐसे चैक करें ऑनलाइन वोटर लिस्ट में अपना नाम - Search Your Name on Voter List Online


  • ऑनलाइन वोटर लिस्ट में अपना नाम सर्च करने के लिये आपको जाना होगा electoralsearch.in पर 
  • यहॉ आपको एक सिम्‍पल फार्म दिखाई देगा 
  1. यहॉ आपको दो आप्‍शन दिखाई देंगे - 
    1. Search by Details - यदि आपको  वोटर आई डी नंबर नहीं पता तो इसे यूज करें  
    2. Search by EPIC No - यदि आपको वोटर आई डी नंबर पता है तो इसे यूज करें 
  2. यदि आपके पास वोटर आईडी कार्ड नहीं है तो आप Search by Details पर क्लिक करें
  3. अपना नाम एंटर करें लेकिन ध्‍यान रखें पूरे नाम "Ram Sharma" के बजाय "Ram" टाइप करें, साथ ही पिता या पति के नाम में भी इसी प्रकार नाम टाइप करें ।
  4. इसके बाद यदि आपको अपनी जन्‍मतिथि पता है तो जन्‍मतिथि/DOB रेडियो बटन पर क्लिक करें और यदि आपको जन्‍मतिथि नहीं पता है तो उम्र रेडियो बटन पर क्लिक करें और अपनी उम्र भर दें। 
  5. इसके बाद राज्य(State), जिला(District) और विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र (Assembly Constituency) को सलेक्‍ट करेंं। इसके अलावा आप मैप का इस्‍तेमाल भी कर सकते हैंं।
  6. अब नीचे दिये गये कैप्‍चा कोड को सही सही भरें और Search बटन पर क्लिक करें। 
  • अगर आपका नाम वोटर लिस्‍ट में दर्ज होगा तो आपको नीचे मतदाता सूचना/Voter Information का लिंक दे दिया जायेगा। जिसमें मतदान केंद्र/Polling Station आदि संबधी सभी सूचनायें मिल जायेंंगी।
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Wednesday, October 10, 2018

ब्लॉगर में फेसबुक पेज कैसे लगाए ?

ब्लॉगर में फेसबुक पेज कैसे लगाए ?


ब्लॉगर में फेसबुक पेज लगाना बहुत ही आसान है। ब्लॉगर में फेसबुक पेज कैसे लगते है उसकी पूरी जानकारी निचे दी गयी है। आप भी निचे दी गई जानकारी को पढ़ कर अपने ब्लॉग में आसानी से अपने फेसबुक पेज को लगा सकते हो। 


Step 1) फेसबुक पेज को ब्लॉग में लगाने के लिए सबसे पहले आप फेसबुक के डेवेलपर्स पेज को ओपन कर लीजिये। (फेसबुक के डेवेलपर्स पेज को ओपन करने के लिए गूगल में सर्च करे "Facebook Page Plugin" इसको सर्च करने के बाद आपको सबसे ऊपर लिखा हुआ मिलेगा "Page Plugin - Social Plugins - Facebook for Developers" आपको इसके ऊपर क्लिक कर देना है। या फिर निचे दिए गए लिंक पर क्लिक कर के भी आप इसको ओपन कर सकते हो। ) 


Page Plugin - Social Plugins - Facebook for Developers

1.) जब आप फेसबुक के डेवेलपर्स पेज को ओपन करोगे तो आपको सबसे पहला ऑप्शन मिलेगा "Facebook Page URL" इस ऑप्शन में आपको अपने फेसबुक पेज का यूआरएल लिखना होता है। 

2.) उसके बाद अगला ऑप्शन है " Tabs " इस ऑप्शन में आप फेसबुक के किसी भी टैब का इस्तमाल कर सकते हो। यदि आप किसी भी टैब्स का इस्तमाल नहीं करना चाहते हो तो आप इसको खाली छोड़ दीजिये।


3.) उसके बाद अगला ऑप्शन है "Width" और "Height" का तो इस ऑप्शन में आपको अपने फेसबुक पेज की लम्बाई और चौड़ाई कितनी रखनी है वो बतानी होती है। 


4.) उसके बाद अगला ऑप्शन है "Use Small Header" का तो यदि आप अपने फेसबुक पेज के हैडर को छोटा रखना चाहते हो तो इस ऑप्शन को सेलेक्ट कर लीजिये और यदि हैडर को बड़ा रखना चाहते हो तो इस ऑप्शन को सेलेक्ट मत कीजिये। 
 

5.) उसके बाद अगला ऑप्शन है "Hide Cover Photo" का तो यदि आप अपने फेसबुक पेज की कवर फोटो को छिपाना चाहते हो तो इसको सेलेक्ट कर लीजिए और यदि नहीं छिपाना चाहते हो तो इसको छोड़ दीजिये। 


6.) उसके बाद अगला ऑप्शन है "Adapt to plugin container width" इस ऑप्शन को सेलेक्ट करने पर आपके फेसबुक पेज की चौड़ाई आपके पेज, ब्लॉग या वेबसाइट के अनुसार कम या ज्यादा हो जाएगी। इस ऑप्शन को आप हमेशा सेलेक्ट कर के रखे। 


7.) उसके बाद अगला ऑप्शन है "Show Friend's Faces" इस ऑप्शन को सेलेक्ट करने पर आपके जिन दोस्तों ने आपके फेसबुक पेज को लाइक कर रखा है उनके चहरे आपके फेसबुक पेज के नीची दिखाई देंगे। 


8.) ये सब कर लेने के बाद आपको निचे "Get Code" के नाम से एक ऑप्शन मिलेगा आपको उसके ऊपर क्लिक कर देना है। "Get Code" पर क्लिक करने के बाद आपको दो कोड दिए जायेगे। इन दोनों कोड को आपको अपने ब्लॉग के अंदर लाना होगा। दोनों कोड को ब्लोगेर के अंदर कैसे लगाना है वो भी समझ लीजिये। 



Step 2) दोनों कोड में से जो पहला कोड है उसको आपको अपने ब्लॉगर में HTML के अंदर Opening body टैग के बाद लगाना है। 
तो सबसे पहले आपको पहले (First) कोड को कॉपी कर लेना है। उसके बाद आपको ब्लॉगर में आ जाना है और ब्लॉगर में Theme ऑप्शन पर क्लिक करना है। उसके बाद HTML ऑप्शन पर क्लिक कर देना है। उसके बाद HTML में आपको  body टैग को सर्च करना है। body टैग को सर्च करने के लिए आपको अपने की-बोर्ड से ctrl+f दबाना है। उसके बाद एक सर्च बॉक्स ओपन होगा उसमे आपको <body लिखना है और सर्च करना है। उसके बाद आपको Opening body टैग दिखाई देगा आपको Opening body टैग के निचे उस कोड को पेस्ट कर देना है। और उसके बाद अपनी थीम को Save कर देना है। 



Step 3) पहले (First) कोड को ब्लॉगर में लगाने के बाद आपको दूसरे कोड को कॉपी करना है और आप अपने ब्लॉग में जहा पर अपना फेसबुक पेज लगाना चाहते हो वहाँ पर उस Code को लगा देना है। जैसे की मान लीजिये आप अपने फेसबुक पेज को Sidebar में लगाना कहते हो तो आपको ब्लॉगर की Layout ऑप्शन में आना है और Sidebar में आपको html/javascript gadget को ऐड कर लेना है और html/javascript gadget में आपको वो दूसरा कोड पेस्ट कर देना है और उसको Save कर देना है। और उसके बाद आपको Layout को Save कर देना है। 

ये सब करने पर आपका फेसबुक पेज आपके ब्लॉगर के अंदर लग जायेगा


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Monday, October 8, 2018

 Computer Knowledge in Hindi

Computer Knowledge in Hindi


Computer Knowledge Hindi में – कंप्यूरटर का ज्ञान अब और भी आसान

Computer Knowledge In Hindi-2

Importance of Computer Knowledge In The Modern Society:

हम एक तेजी से चल रही दुनिया में रहते हैं, जहां लगभग सभी चीजें हमारे पास तुरंत आती हैं। इस कंप्यूटर युग में, हम हमारे कामों को पूरा करने और प्रॉब्‍लम सॉल्‍व करने के लिए कंप्‍यूटर पर निर्भर हो गए हैं।
आज कंप्‍यूटर का उपयोग, बिज़नेस, फार्मेसी, म्यूजिक, एजुकेशन, इंजीनियरिंग, डिफेंस, ट्रांसपोर्टेशन और कुकिंग जैसे विभिन्न क्षेत्रों में किया जा रहा है क्योंकि वे टास्‍क को आसान करते हैं, जानकारी को तेज़ी से प्रदान करते हैं और काम की स्‍पीड को बढ़ाने में मदद करते हैं।
इस परिस्थिति में हम कंप्‍यूटर नॉलेज के बिना अधूरें हैं और यदि हम कंप्‍यूटर का नॉलेज को हासिल नहीं करेंगे, तो हम हजारों साल पिछे चले जाएंगे।
कंप्यूटर एजुकेशन से मेरा मतलब है कि कंप्यूटर बेसिक कांसेप्ट को सिखना, कंप्‍यूटर ऑपरेशन के बारें में बेसिक नॉलेज लेना, कंप्‍यूटर के बेसिक कंपोनेंट्स और उनके फंक्‍शन के बारें मे जानकारी प्राप्‍त करना, कंप्‍यूटर यूज के पिछे के बेसिक कांसेप्ट को समझना और कंप्‍यूटर के ऐप्‍लीकेशन कैसे काम करते हैं यह सीखना हैं।

जिस तरह से आज कंप्यूटर का उपयोग व्यापक रूप से किया जाता है, कंप्यूटर का एजुकेशन प्राप्त करना आज की जरूरत है।

बेसिक कंप्‍यूटर स्किल, जो कि हर व्यक्ति को उसके उम्र के बावजूद पता होना चाहिए वह हैं माइक्रोसॉफ्ट वर्ड, माइक्रोसॉफ्ट एक्सेल, पावर पॉइंट और नोटपैड जैसे कॉमन ऐप प्रोग्राम।
आपको पता होना चाहिए की ऑनलाइन कैसे जाते हैं, ई-मेल अकाउंट कैसे बनाते हैं और उसे चेक करते हैं, मेल कैसे भेजते हैं और ई-मेल के कई फीचर्स का इस्‍तेमाल कैसे करते हैं।
ईमेल और इंटरनेट के साथ परिचय, लगभग हर नौकरी के लिए एक बुनियादी आवश्यकताएं बनती जा रही है। अधिकांश जॉब्‍स को ऑनलाइन पोस्ट कीया जाता हैं, और कोई व्यक्ति ऑनलाइन एडवरटाइजमेंट को बिना किसी ईमेल अकाउंट से कैसे रिप्‍लाई कर सकता है?

“जितना अधिक आप कंप्‍यूटर के बारें में जानेंगेउतना ही आपको पता चलेगा कि आप कुछ नहीं जानते हैं।”

कंप्यूटर का उपयोग हमारें दैनिक जीवन में रोजाना किया जाता है, और उन्हें दिन-प्रतिदिन जीवन में बहुत महत्व प्राप्‍त हो रहा है। उनकी बढ़ती उपयोगिता ने कंप्यूटर शिक्षा को आज की आवश्यक बना दिया है।

Basic Computer Knowledge in Hindi:

भाषा गहराई से हमारी संस्कृति और पहचान के साथ जुड़ी है। रिसर्च से पता चला है कि कुछ नया सिखना हो तो मातृभाषा में वह बहुत जल्‍द सिखा जा सकता है। 
Basic Computer Knowledge in Hindi:
कंप्‍यूटर के विषयों का नॉलेज इंटरनेट पर उपलब्‍ध है। लेकिन अगर यही नॉलेज आपको आपकी मातृभाषा में मिले तो विषयों को समझना काफी आसान होता है। यही बात ध्‍यान में रखते हुए यह साइट हिंदी भाषा में लिखी गयी है। कंप्‍यूटर का ज्ञान हिंदी भाषा में बहुत आसानी से और बहुत जल्‍दी समझ में आता है।
यह साइट उन सभी के लिए उपयोगी होगी जो कंप्‍यूटर के विषय में रूचि रखते है और कंप्‍यूटर टेक्‍नोलॉजी के साथ अप-टू-डेट रहना चाहते है।

How to block a website in Hindi


How to block a website in Hindi - किसी वेबसाइट को ब्‍लॉक कैसे करें

इंटरनेट (Internet) पर हजारों लाखों वेबसाइट (Website) हैं, जिसमें हर तरह का कंटेंट (Content) शामिल है। घर पर कंप्‍यूटर को बच्‍चे भी चलाते हैं, इंटरनेट को भी इस्‍तेमाल करते हैं, एेेसे में आपके लिये यह जानना जरूरी है कि किसी वेबसाइट को ब्‍लॉक (Website blocking) कैसे किया जाता है - How to block a website in Hindi

Way to Block a Website in Windows 7 - विंडोज 7 में वेबसाइट को ब्‍लॉक करने का तरीका


  • सबसे पहले आपको ड्राइव C में जाना होगा, यहॉ Windows>System32>drivers>etc फोल्‍डर में जाईये
  • etc फोल्‍डर में आपको Host नाम की फाइल दिखाई देेगी, इस पर डबल क्लिक कीजिये, इससे Open With लिस्ट से नोटपैड को सलैक्‍ट कीजिये और ओके पर क्लिक कीजिये, ऐसा करने आपकी यह फाइल Noteped मेंं खुल जायेगी।

  • इस नोटपैड की फाइल के लास्‍ट में जााईये यहॉ आपको यह लिखा दिखाई देगा 
    • # 127.0.0.1       localhost
    • # ::1             localhost
  • अब आप जिस वेबसाइट को ब्‍लॉक करना चाहते हैं, उसका नाम # ::1   localhost लाइन के बाद एंंटर करके टाइप करें, लेकिन टाइप करने से पहले 127.0.0.1 कोड टाइप करें अौर फिर साइट का नाम कुछ ऐसे - 
    • # 127.0.0.1       localhost
    • # ::1             localhost
    • 127.0.0.1 www.google.com
  • इसी तरह आप उन सभ साइट के नाम टाइप कर दें जो आपको ब्‍लॉक करनी हैं, लेकिन हॉ एक बात याद रखें कि एक वेबसाइट एक नई लाइन बनायें। 
  • इसके बाद hosts फाइल को बंद करें और Save पर क्लिक करें।
  • अगर आप फाइल को Save नहीं कर पा रहे हैं तो फाइल को एडिट करने से पहले hosts नाम वाले फाइल पर राइट-क्लिक करें और फिर प्रॉपर्टी चुनें। सिक्योरिटी टैब पर क्लिक करें, Administrator account चुनें और फिर एडिट पर क्लिक करें।

Excel में बनायें Data Entry Form बिना Visual Basic जाने 😀

बहुत सारे Excel User डाटा एंट्री के लिये User Form का प्रयोग करते हैैं जो Visual Basic में बनाया जाता है लेकिन हर User को Visual Basic नहीं आता है, तो जिन Excel User को Visual Basic नहीं आता है वह भी Excel में बनायें Data Entry Form बिना Visual Basic जाने तैयार कर सकते हैं 

Excel में बनायें Data Entry Form बिना Visual Basic जाने

  • Excel में Data Entry Form बनाने के लिये आपको सबसे पहले जाना होगा Office Button पर 
  • यहां आपको Excel options दिखाई देगा इस पर Click कीजिये 
  • यहां Customize पर जाईये जब आप Customize पर Click करेंगें तो आपको एक Drop Down Menu दिखाई देगा, इस Drop Down Menu में Command not in the ribbon को सलेक्‍ट कीजिये 
  • अब नीचे आपको एक List दिखाई देगी उसे scroll करते हुुुए Form को खोजिये, 
  • जब Form का options मिल जाये तो उसे माउस से सलेक्‍ट कर Add करा लीजिये और Ok कीजिये 
  • ऐसा करने से Excel के Quick Access Toolbar में Form का Options जुुुड जायेगा 
  • अब Excel में आप जो भी Data Entry करना चाहते हैं उसका Data header तैयार कीजिये 
  • यानि आपको उस टेबल मेें कौन-कौन से कॉलम रखने में जैसे नाम, पता आदि 
  • अब केवल Data header को सलैक्‍ट कीजिये और Quick Access Toolbar में Form के Options पर Click कीजिये आपके सामने एक Dialogue Box आयेगा, इसे Ok कर दीजिये 
  • Ok करते ही आपके सामने Data Entry Form तैयार हो जायेगा, आप बडी ही आसानी से इस Data Entry Form का प्रयोग कर Excel में Data Entry कर सकते हैं

सेल्फ़ी क्या है? What is selfie in hindi

दुनिया भर में शायद ही कोई मोबाइल फोन यूजर होगा जिसने सेल्फी का नाम ना सुना हो, युवा तो सेल्फ़ी के पीछे पागल हैं, सेल्फी का क्रेज हर उम्र के लोगों में दिखाई देता है, ये ऐसा दौर है जब सेल्फ़ी के लिये स्‍पेशल कैमरा फोन बनाये जा रहे हैं तो क्‍या आप जानना नहीं चाहेगें कि ये सेल्फ़ी शब्‍द अचानक से कहां से आया सेल्फ़ी का इतिहास क्‍या है और साथ ही सेल्फी के फायदे और नुकसान क्‍या है तो आईये जानते हैं सेल्फ़ी क्या है? What is selfieसेल्फी का अर्थ है एक ऐसी तस्‍वीर जो अपने कैमरे, स्‍मार्टफोन या वेबकैम से खुद ही खीची हो, तो सेल्‍फी का मतलब आप जानते ही हैं खुद ही अपनी तस्वीरें खींच कर सोशल मीडिया पर अपलोड और शेयर करने का चलन 'सेल्फी' नाम से जाना जाने लगा है लेकिन क्‍या आपको पता ये श्‍ाब्‍द चलन में कब से आया

पहली 'सेल्फी' कब खींची गयी 

आपको जानकर आश्‍चर्य होगा कि पहली सेल्‍फी लगभग 150 साल पहले खींची गयी थी और इसका नाम सेल्‍फी नहीं सेल्फ पोट्रेट (Self portraits) हुआ करता था यानि खुद अपनी तस्‍वीर बनाना, पहली सेल्‍फी जब खींची गयी तो आज की तरह जबदस्‍त कैमरे नहीं थे यह बहुत ही साधारण दिखने वाली ब्‍लैक एण्‍ड व्‍हाइट सेल्‍फी या कहें तो सेल्फ पोट्रेट थी जो स्वीडिश आर्ट फोटोग्राफर ऑस्कर गुस्तेव रेजलेंडर अपनी कैमरे से खींची थी 

सेल्फ़ी शब्‍द का इतिहास  - History of selfie

  • 2002 पहली बार सेल्फ़ी शब्‍द का इस्तेमाल आस्ट्रेलियाई वेबसाइट ने किया था।
  • 2003 सोनी एरिक्सन ने पहला फ्रंट फेंसिंग कैमरा Z1010 मोबाइल लांच किया
  • 2004 से ही फोटो शेयरिंग वेबसाइट्स फ्लिकर्स पर सेल्फी को हैशटैग के साथ इस्तेमाल किया जाता
  • 2012 तक सेल्फ़ी शब्‍द का इस्तेमाल बहुत होता था 
  • 2013 में सोशल मीडिया पर 'सेल्फ-पोट्रेट' फोटोग्राफ के शार्टकट् के रूप में इसका इस्तेमाल किया जाने लगा और तब से यह शब्द आम बोलचाल की भाषा में शामिल हुआ और बहुत लोकप्रिय हुआ 
  • 2013 में ही 'सेल्फी' शब्‍द को ऑक्सफोर्ड वर्ड ऑफ द इयर बना गया

सेल्फी अभियान - Selfies campaign

  • भारत के पूूर्व राष्ट्रपति श्री प्रणव मुखर्जी जी ने जून 2017 में ‘बेटी के साथ सेल्फी’ अभियान की शुरूआत जिसके तहत ‘बेटी के साथ सेल्फी’ मोबाइल एप शुरू का लांच किया गया बेटी के साथ सेल्फी’ एप कन्या भ्रूण हत्या तथा लिंग जांच के विरूद्ध विश्वव्यापी आंदोलन में मदद करेगी 
  • इसके अलावा सेल्फी विद कूड़ा मुहिम भी चल रही है जिसके अगर आप अपने इलाके को गंदगी से मुक्त करना चाहते हैं तो अपने एरिया में फैली गंदगी के साथ सेल्फी खींचकर एनबीटी के सिटिजन रिपोर्टर ऐप में अपलोड कर सकते हैैं ।

बचपन में आपने भी खींची होगी 'सेल्फी' 

अगर आपको याद हो तो जब स्‍मार्टफोन आने से पहले डिजिटल कैमरे थे और उससे पहले रील वाले कैमरे हुआ करते थे और आपको उसमें पूूरे परिवार का फोटो खींचना होता था तो आप उसे किसी जगह टाइमर लगाकर रखते थे और दौडकर अपनी जगह बैठ जाते थे ये भी सेल्‍फी या सेल्फ पोट्रेट (Self portraits) था या अगर आपको याद हो तो कितनों ने घर में लगे शीशे में खुद का फोटाे खींचा होगा, हालांकि बहुत से केसों में कैमरे के फ्लैश की चमक आ जाती ही थी और ये पता चलता था रील के डेवलप होने के बाद लेकिन अब सेल्फ़ी इतनी लोकप्रिय क्‍यों है 

सेल्फी के फायदे -  Advantage Of Taking Selfie

  • सेल्‍फी लेने का सबसे बडा फायदा यह है इसके लिये आपको किसी की जरूरत नहीं हाेती है आप खुद ही अपना फोटो खींच सकते हैं 
  • आप अगर ग्रुप फोटो खींच रहें तो आप भी उसमें शामिल हो सकते हैं जबकि पहले तस्‍वीर खीचने वाला व्‍यक्ति फोटो से गायब रहता था 
  • सेल्‍फी लेते समय आप तस्‍वीर की गुणवत्‍ता काे ठीक सकते हैं, आप कैसे दिख रहे है आपके पीछे का बैकग्राउंड कैसा है इत्‍यादि 
  • आप किसी भी काेण से बडें आराम फोटो खींच सकते हैं
  • आप फोटो के साथ कोई भी फिल्‍टर बडे आराम से जोड सकते है

सेल्फी के नुकसान - Disadvantages of Selfie

  • आपको जानकर आश्‍चर्य होगा कि हर सेकंड अकेले फेसबुक पर दस हज़ार से ज्यादा सेल्फ़ी अपलोड होती है वह भी केवल भारत से, लेकिन इससे ज्‍यादा आश्‍चर्य आपको यह जानकर होगा कि सेल्फ़ी दुर्घटनाओं का कारण भी बन रही हैं एक न्‍यूज के अनुसार 2014 से सितंबर, 2016 के बीच दुनिया भर में सेल्फी लेने के चक्कर में 127 लोगों ने जान गंवाई, जिनमें से लगभग 60% यानि 76 मौतें भारत में हुई हैं ये आंकडा चौकाने वाला है
  • ऐसे देश जहां सेल्फी लेने के चक्कर लोगों अपनी जान गवांई है उन्‍हें सेल्फी डेथ कंट्री में शामिल किया गया जिसमें अब भारत भी है, सरकार ने ऐसी कई जगहों पर नो सेल्फी जोन बनायें हैं जहां सेल्फी लेना खतरनाक हो सकता है
  • इसके अलावा ज्‍यादा सेल्फी लेने का शौक कई सारी मनोवैज्ञानिक बीमारियों को जन्‍म दे रही है
  • कुछ मामलों में लोग कॉस्मेटिक सर्जरी करा रहेे हैैं कि उनकी सेल्फी अच्‍छी आये 
  • सेल्‍फी लेने आदत लोगों के रोज के काम में बाधा भी डाल रही है
  • सेल्‍फी लेने के बाद उसे सोशल मीडिया पर पोस्ट नहीं किया जाये तो उसे बेचैनी होने लगती है

MS एक्सेल 2007 का परिचय हिंदी में

 आज आपको MS Excel के प्रमुख भागों (Part) के बारे में जान‍कारी (Information) दी जायेगी ......

जब हम MS Excel 2007 को ओपन करते हैं तो यह स्‍क्रीन हमारे सामने खुलती है -
Introduction Of MS Excel 2007 in HIndi (MS एक्सेल 2007 का परिचय हिंदी में

Friday, October 5, 2018

कंप्यूटर का परिचय (Introduction to Computers in Hindi)

कंप्यूटर का परिचय 

  • कंप्‍यूटर क्‍या है - What is Computer
कंप्यूटर शब्द अंग्रेजी के "Compute" शब्द से बना है, जिसका अर्थ है "गणना", करना होता है इसीलिए इसे गणक या संगणक भी कहा जाता है, इसका अविष्‍कार Calculation करने के लिये हुआ था, पुराने समय में Computer का use केवल Calculation करने के लिये किया जाता था किन्‍तु आजकल इसका use डाक्‍यूमेन्‍ट बनाने, E-mail, listening and viewing audio and video, play games, database preparation के साथ-साथ और कई कामों में किया जा रहा है, जैसे बैकों में, शैक्षणिक संस्‍थानों में, कार्यालयों में, घरों में, दुकानों में, Computer का उपयोग बहुतायत रूप से किया जा रहा है, computer केवल वह काम करता है जो हम उसे करने का कहते हैं यानी केवल वह उन Command को फॉलो करता है जो पहले से computer के अन्‍दर डाले गये होते हैं, उसके अन्‍दर सोचने समझने की क्षमता नहीं होती है, computer को जो व्‍यक्ति चलाता है उसे यूजर कहते हैं, और जो व्‍यक्ति Computer के लिये Program बनाता है उसे Programmer कहा जाता है।
Computer मूलत दो भागों में बॅटा होता है-
  • सॉफ्टवेयर
  • हार्डवेयर

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Wednesday, October 3, 2018

Amazing Computer Internet Facts

  1. Computer का हिंदी नाम संगणक है. Hindi name of computer is “संगणक”
  2. विश्व में सबसे पहले बने कम्प्यूर के हार्डडिस्‍क में सिर्फ 5 MB डाटा स्‍टोर किया जा सकता था।
  3. पहला कम्प्यूटर माउस लकड़ी का बनाया गया था।
  4. माउस का अविष्‍कार 1960 में डग कार्ल एंजेलबर्ट (Doug Engelbart Carl) के द्वारा किया गया था
  5. आज पूरी दुनिया में कम से कम १ अरब से ज्‍यादा माउस बेचे जा चुके हैं।
  6. डग कार्ल एंजेलबर्ट (Doug Engelbart Carl) नेे ऑग्‍मेंटेशन शोध केन्‍द्र के नाम से अपनी प्रयोगशाला बनाई इसी प्रयोगशाला में एआरपीएनेट के विकास में सहयोग किया, जो आगे चलकर इंटनरेट बना।
  7. दुनिया के पहले (The world's first) कॉम्प्यूटर मॉनिटर (Computer Monitor) का प्रयोग सर्वप्रथम 1980 में किया गया था
  8. कम्प्यूटर कीबोर्ड का सर्वप्रथम प्रयोग सन् 1968 में किया गया।
  9. हार्ड डिस्क के बाहर के डाटा के आदान-प्रदान हेतु आज हम CD, DVD और Pen Drive का प्रयोग करते हैं, किन्तु इन डिवाइसों के आविष्कार के पूर्व इस कार्य के लिए फ्लॉपी डिस्क का प्रयोग किया जाता था।
  10. दुनिया में सर्वाधिक प्रयोग किया जाना वाला USB हार्डवेयर पेन ड्राइव वर्ष 1999 में अस्तित्‍व में आया था। लेकिन बाजार में इसे वर्ष 2000 में उतारा गया था, उस समय इसकी स्‍टोरेज क्षमता केवल 8 MB थी।
  11. सर्वप्रथम कंप्यूटर प्रोग्राम (first computer program) में मशीन लैंग्वेज (Machine Language) का प्रयोग हुआ था ।
  12. प्रतिमाह लगभग 5000 कॉम्प्यूटर वायरस (Virus) बनाये जाते हैं।
  13. अब तक लगभग 17 अरब डिवाइस (Devices) में इन्‍टरनेट (Internet) प्रयोग किया चुका है।
  14. स्टोरेज (storage) माध्यम की क्षमता की इकाई बाईट (Byte) है
  15. दुनियॉ का पहला बेवब्राउजर (first web browser) 1993 में आया जिसका नाम मौज़ेक (Mosaic) था
  16. दुनियॉ का पहला डोमेन नेम (first domain name) Symbolics.com के नाम से रजिस्‍टर हुआ
  17. प्रतिमाह लगभग 5000 कॉम्प्यूटर वायरस (Virus) बनाये जाते हैं।
  18. C ++ एक मोड्यूलर प्रोग्रामिंग भाषा (Modular programming language) है।
  19. जावा भाषा (Java language) का आविष्कार (Invention) इन्फोसिस्टम (Infosystems) नामक कंपनी ने किया था ।
  20. भारत का पहला प्रदूषण रहित कंप्यूटरकृत पेट्रोल पम्प मुंबई में है
  21. IBM का पूरा नाम इंटर नेशनल बिजनेस मशीन (International Business Machines) है
  22. वैज्ञानिकों के अनुसार भारतीय भाषा “संस्कृत” कंप्यूटरकृत करने के लिए सबसे आसान है
  23. IBM 1401 वह पहला कंप्यूटर है जिसमें निर्वात ट्यूब के बजाय ट्रांजिस्टर का प्रयोग किया गया था
  24. स्टोरेज (storage) माध्यम की क्षमता की इकाई बाईट (Byte) है
  25. 1 किलोबाइट (kilobyte) 1024 बाइट (bytes) के बराबर है
  26. DOS का पूरा नाम डिस्‍क ऑपरेटिंग सिस्टम (disk Operating System) है
  27. पहले सभी कंंप्‍यूटर DOS पर आधारित होते थे,
  28. DOS को माइक्रोसॉफ्ट द्वारा खरीदने के बाद इसका नाम MS DOS हो गया,
  29. यह कमांड पर आधारित है सिस्‍टम हैै इसलिये इसे command prompt भी कहते हैं
  30. DOS का विकास करके माइक्रोसॉफ्ट ने विंडोज ऑपरेटिंग सिस्‍टम को बनाया है
  31. लेकिन आज भी हर विंडोज के साथ DOS यानि command prompt एप्‍लीकेशन आती है
  32. रे टॉमलिंसन (ray tomlinson) अमेरिकी मूल के कंप्यूटर प्रोग्रामर थे इन्होने 1972 में पहला ईमेल संदेश एक नेटवर्क दूसरे नेटवर्क तक भेजने का आविष्कार किया
  33. रे टॉमलिंसन (ray tomlinson) ने इसी ईमेल में पहली बार @ का प्रयोग किया
  34. पहला ईमेल संदेश था "QUERTYIOP" चौंकिये मत यह कोई विशेष कोड नहीं बल्कि यह आपके QUERTY की-बोर्ड की ऊपर वाली लाइन हैं।
  35. पहला ईमेल अमेरिका के कैम्ब्रिज में एक कमरे में रखे दो कंम्यूटरों के बीच भेजा गया था।
  36. Laptop का concept जब तैयार किया गया था तो आपको जानकर आश्‍चर्य होगा कि वह अपने Flip Form में नहीं था यानी आज जिस तरह Screen को मोडकर Laptop को बन्‍द किया जाता है उस रूप में नहीं वह बिलकुल सीधा था।
  37. इस बिना Flip वाले Laptop की परिकल्‍पना 1968 में Alan Key द्वारा की गयी।
  38. 1980 से पहले Laptop में हार्डडिस्‍क नहीं हुआ करती थी।
  39. लैपटॉप में Touchpad Feature 1982 के बाद जोडा गया, जिसका इस्‍तेमाल आज तक Laptop में माउस की जगह किया जा रहा है, जबकि माउस की परिकल्‍पना 1960 में ही की जा चुकी थी।
  40. वर्ष 1999 के बाद से Laptop में Wi-Fi प्रयोग होना शुरू हुआ।
  41. 1981 में जारी Osborne Laptop का वजन लगभग 10 Kg था जो आज के मुकाबले लगभग 10 गुना ज्‍यादा है।
  42. गूगल पर प्रति सेकण्ड 60000 सर्च किए जाते हैं यानि जब आप Google पर सर्च कर रहे होते है और रिजल्टस् आपके सामने तब 60000 अन्य लोगो को भी गूगल द्वारा सर्च की गई सामग्री प्रदर्शित की जाती है
  43. गूगल का संचालन एक रिसर्च परियोजना के लिए स्टैनफौर्ड विश्वविद्यालय, कैलिफ़ोर्निया के 2 छात्रों लैरी पेज तथा सर्गेई ब्रिन ने इसकी शुरुआत सन् 1996 की थी
  44. सन् 2005 में गूगल ने Android कम्पनी को अपने अधिग्रहण कर लिया था
  45. विकीपीडिया इंटरनेट पर सबसे बडा एन्साइक्लोपीडिया यानि विश्वकोश है
  46. विकीपीडिया पर सबसे ज्यादा ट्रैफिक गूगल से अाता है, विकीपिडिया को हर महीने लगभग 5 करोड लोग विकीपीडिया इस्तेमाल करते हैं, बावजूद इसके भी विकीपीडिया पर कोई भी विज्ञापन नहीं दिखाया जाता है।
  47. विकीपीडिया 262 भाषाओं में उपलब्ध है।हिन्दी विकिपीडियाजुलाई 2003 में अस्तित्‍व में आया और 2015 तक हिन्दी विकीपीडिया में 1 लाख पेज और 2 लाख सदस्याें का ऑकडा पार किया।
  48. विकीपीडिया पर सबसे ज्यादा पढा जाने वाला लेख स्टीव जॉब्स का है।
  49. यूट्यूब (Youtube) दुनियां की सबसे बडी वीडियो लाइब्रेरी (Video Library) है
  50. पेपल कंपनी के कर्मचारी चाड हर्ले, स्टीव चैन और जावेद करीम ने फरवरी 2005 में यूट्यूब को बनाया था


HTML introduction
  • Introduction to HTML in Hindi 
  • Definition of HTML in Hindi 
  • Versions of HTML in Hindi

Introduction to HTML (Hypertext Markup Language)
HTML information को सुन्दर और आकर्षक तरीके से World Wide Web में present करने का एक माध्यम है। HTMLTim Berners lee के द्वारा 1991 में create की गयी थी। HTML World Wide Web Consortium (W3C) द्वारा एक standard के रूप में manage की जाती है।

W3C एक international community है जो web standards create और manage करने का कार्य करती है। जब एक technology या language standard के रूप में चुन ली जाती है तो सभी platforms, developers और organisations बिना किसी शर्त के उसे follow करते है।

इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है की आप कौनसा operating system या editor use कर रहे है webpages create करने के लिए हमेशा HTML का ही प्रयोग किया जाता है।

HTML में create किये गए web pages को सभी platforms पर देखा जा सकता है। इसके लिए आपको किसी प्रकार के special platform या software की आवश्यकता नहीं होती है। HTML platform independent है। 
आइये अब सबसे पहले HTML का मतलब समझने का प्रयास करते है। HTML की full form Hyper Text Markup Language होती है। इनमें से हर word का एक विशेष अर्थ है जिसे नीचे detail से समझाया जा रहा है।                                                                                      Hyper का मतलब होता है की HTML sequence में नहीं काम करती है। जैसा की किसी programming language में होता है, एक statement के बाद अगला statement execute होता है। यदि किसी HTML file में linkहै और user उस पर click करता है तो वो open हो जाती है। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है की उससे पहले कितने elements है और वो सभी load हुए है या नहीं। एक HTML file के सभी elements एक दूसरे से independent होते है।

                                                                  ये भी जरुरी नहीं की किसी एक HTML file से पहले कोई दूसरी HTML file execute नहीं हो सकती है। HTML elements की ही तरह सभी HTML files भी एक दूसरे से independent होती है।
Text
किसी webpage में text सबसे महत्वपूर्ण होता है। Text ही वह information होती है जिसे present करने के लिए webpage design किया जाता है। HTML text को format करके webpages में present करने के लिए यूज़ की जाती है।

Markup
Markup का मतलब text के layout और style को format करना होता है। आप text को tags के द्वारा mark करते है। जिस प्रकार के tags द्वारा text को mark किया जाता है वैसे ही text web page में show होता है।

उदाहरण के लिए यदि आप किसी text को <h1> tag के द्वारा mark करते है तो webpage में वह text बड़ी और bold heading के रूप में दिखाई देगा।  
Language
HTML एक language है जो web development के लिए यूज़ की जाती है।  

So what is HTML? (A simple definition in plain Hindi)
HTML एक Hyper Text Markup Language है जो web pages create करने के लिए use की जाती है। HTML के विभिन्न tags को use करते हुए आप webpages create करते है और उनमें विभिन्न elements जैसे की images, audio, video, tables, lists, links और text आदि add करते है।

Web desinging के क्षेत्र में सीखी और सिखायी जाने वाली HTML सबसे पहली language होती है। HTML के साथ CSSका भी प्रयोग किया जाता है जो webpage को और भी बेहतर design करने के लिए use की जाती है। HTML के साथ JavaScript के प्रयोग से webpages में logic add किया जाता है और उन्हें dynamic बनाया जाता है।
HTML Versions 
अब तक HTML के बहुत से version industry में आ चुके है। HTML के हर version में कुछ नए elements add किये जाते है। HTML के सभी versions के बारे में निचे detail से बताया जा रहा है। ये सभी versions HTML की history और समय के साथ किये गए improvments को दर्शाते है।
HTML 1.0 
ये HTML का पहला version था। उस समय बहुत कम लोग इस language के बारे में जानते थे और HTML भी बहुत limited थी। उस समय HTML के द्वारा simple text के साथ webpages create करने के अलावा ज्यादा कुछ नहीं किया जा सकता था। 

HTML 2.0 
इस version में HTML 1.0 के सभी features थे। इस version के साथ ही HTML website develop करने का बुनियादी माध्यम बन चुकी थी।
HTML 3.0
इस version के आने तक HTML बहुत popular हो चुकी थी। इस version में browsers के साथ compatibility problem होने की वजह से इस version को रोक दिया गया था। लेकिन बाद में नए और advanced tags के साथ इसे introduce किया गया था।
HTML 3.2 
इस version में पिछले version के बाद कुछ नए tags add किये गए। ये वो time था जब W3C ने website development के लिए HTML को standard घोषित किया था। HTML का प्रयोग अब limited नहीं रहा था और इसे व्यापक स्तर पर use किया जा रहा था। 

HTML 4.01
इस version में कुछ नए tags के साथ ही cascading style sheet को भी introduce किया गया था। इस समय HTML पूरी तरह modern language बन चुकी थी|
HTML 5.0
ये HTML का latest version है। इसमें multimedia support के लिए कुछ नए tags provide किये गए है। HTML5 के बारे में और अधिक जानकारी आप HTML5 in Hinditutorial से प्राप्त कर सकते है।  

XHTML
ये version HTML 4.01 के बाद आया था। इसमें HTML के साथ XML को add किया गया था।    


HTML में हर कार्य tags द्वारा किया जाता है। इसलिए HTML को ठीक से समझने और use करने के लिए आपका tags के बारे में जानना अतिआवश्यक है। HTML tags के बारे में विस्तृत जानकारी के लिए अगली tutorial पढ़े - HTML Tags in Hindi 

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